No One Cares: दो युवा, दो साल और 25 मिलियन फॉलोवर्स को प्रेरित करता फेसबुक परिवार
No One Cares (NOC ) आज सोशल मीडिया मार्केटिंग और प्रमोशन की दुनिया में एक क़ामयाब नाम है, लेकिन दो साल पहले ये सिर्फ़ दो युवाओ का सपना था और उन्ही के आत्म-विश्वास और कड़ी मेहनत ने आज उस सपने को साकार कर दिया. NOC दो युवाओ की सोच से उत्पन्न हुआ वो फेसबुक पेज है जो अपने प्रेरणादायक कंटेंट से आज लाखों लोगो के जीवन में सकारत्मक बदलाव लाने का ना सिर्फ़ प्रयास कर रहा है, बल्कि उसमे काफ़ी हद तक क़ामयाब भी हो रहा है.
दुसरो के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए खुद में सकारात्मक सोच का होना बहुत ज़रूरी है और NOC को शुरू करने वाले दोनों युवाओ में इसकी कोई कमी नहीं है. आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दोनों ही साधारण परिवार से है. निखिल काले जो कि पुणे के रहने वाले है तो सत्यम शास्त्री मध्य-प्रदेश से है. निखिल के पिता वकालत करते है तो सत्यम के पिता एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर है. स्कूल ख़त्म होने के बाद दोनों कॉलेज तो गए, लेकिन पढाई बिच में ही छोड़ कर वो अपने सपनो के पीछे भागने लगे. शुरू-शुरू में परिवार वालो ने विरोध किया, लेकिन अपने बच्चो के जूनून के आगे उन्होंने भी घुटने टेक दिए.
अलग-अलग राज्यों में निखिल और सत्यम में शुरुआत भी अलग-अलग की थी, दोनों की मुलाक़ात भी सोशल-मीडिया के ज़रिय ही हुयी थी. दोनों मेहनत कर रहे थे, लेकिन फिर भी काफ़ी कोशिश के बावजूद कामयाबी किसी को हाथ नहीं लग रही थी. ऐसे में दोनों ने मिलकर काम करने का फैसला किया और जन्म हुआ No One Cares का.
15 हज़ार और 1 लाख़ समर्थकों से शुरू हुआ सफ़र
30 मई 2016 , को No One Cares की शुरुआत महज़ 15 हज़ार रुपयों से हुयी थी और फेसबुक पर प्रोमशन के ज़रिए दस दिनों में करीब 1 लाख़ लोग जुड़ तो गए, लेकिन वो नाकाफी थे. पैसे तो ख़त्म हो गए, लेकिन दोनों का होंसला नहीं टूटा. NOC पर वो लोग जो पोस्ट कर रहे थे, वो वाकई लोगो को पसंद आ रही थी, और इसीके चलते बिना किसी खर्च के रोज़ाना 7 से 10 हज़ार लोग उनसे जुड़ने लगे.
लोगो के इसी समर्थन ने जैसे दोनों को नयी उम्मीद दे दी हो, और सत्यम-निखिल की इस जोड़ी ने अपना सारा ध्यान अच्छे कंटेंट बनाने पर केंद्रित कर दिया. लोग उनकी पोस्ट को पसंद करते, शेयर करते और धीरे-धीरे कारवां बढ़ता चला गया और देखते ही देखते महज़ दो लोगो से शुरू हुआ ये सफ़र 25 मिलियन फॉलोवर्स का एक विशाल परिवार बन गया. वाकई ये आंकड़ा आश्चर्यचकित करने वाला है. इसकी लोकप्रियता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि NOC ने एक दिन में 2 लाख़ फॉलोवर्स को जोड़ने का रिकॉर्ड भी बनाया.
अक्षय कुमार की फ़िल्म जॉली एल.एल.बी से गाडी ने रफ़्तार पकड़ी: Psifiako Media
देखते ही देखते 8 महीने गुज़र गए और NOC को लोग ना सिर्फ़ जानने लगे थे, बल्कि पसंद भी करने लगे थे. लेकिन कामयाबी का स्वाद अभी भी दोनों ने नहीं चखा था, ऐसे में 2017 की शुरुआत में आयी अक्षय कुमार की फ़िल्म जॉली एल.एल.बी 2 ने NOC के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग और प्रमोशन के नए द्वार खोल दिए और इसी के साथ स्थापना हुयी Psifiako Media की जिसके बैनर तले आज सोशल मीडिया पर मार्केटिंग और प्रमोशन का काम ज़ोर-शोर से चल रहा है.
Psifiako Media ने ना सिर्फ़ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड की फिल्मो सहित कई गेमिंग ब्रांड्स के भी प्रमोशन का काम संभाला जिसने NOC को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई और इसके बाद सत्यम और निखिल ने कभी दोबारा पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
Page: No One Cares
https://www.facebook.com/OfficialCaresOneNo/
पिक्चर अभी बाकी है
दो साल पहले दो अलग-अलग राज्यों के रहने वाले दो युवाओ ने एक सपना देखा था, उन्होंने मेहनत की और तमाम कठिनाईयों के बावजूद उन्होंने साबित कर दिखाया कि इंसान ठान ले तो वो हर चुनौती को पार कर सकता है. आज NOC और Psifiako Media कंटेंट मार्केटिंग और प्रमोशन का के बड़ा ब्रांड बन चूका है, जिसका पुणे में हेड ऑफिस है और 20 लोगो की एक मज़बूत टीम है जो हर रोज़ अपने कंटेंट के ज़रिए सोशल मीडिया पर लोगो को लुभाते है, उन्हें प्रेरित करते है. कंपनी के विस्तार के लिए सत्यम और निखिल ने अब वीडियो कंटेंट में हाथ आज़माने की परियोजना बनायीं है, जिस पर उन्होंने काम भी शुरू कर दिया है. जिस तरह से अब तक वो पोस्ट के ज़रिए लोगो को प्रेरणा देने का काम कर रहे थे, उसी तरह से प्रेरक वीडियोस के ज़रिए वो ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँचने का प्रयास करेंगे.
ये सच है कि क़ामयाब होना जितना मुश्किल है, उससे कई ज्यादा मुश्किल है उस कामयाबी को संभाल कर बरक़रार रखना. सत्यम और निखिल ने कामयाबी का स्वाद चखा लेकिन उसे कभी भी अपने विचारो पर हावी नहीं होने दिया और यही कारण है कि उनकी ये कहानी युवाओ के एक उदहारण के साथ-साथ प्रेरणा का स्त्रोत भी है.
दुसरो के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए खुद में सकारात्मक सोच का होना बहुत ज़रूरी है और NOC को शुरू करने वाले दोनों युवाओ में इसकी कोई कमी नहीं है. आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दोनों ही साधारण परिवार से है. निखिल काले जो कि पुणे के रहने वाले है तो सत्यम शास्त्री मध्य-प्रदेश से है. निखिल के पिता वकालत करते है तो सत्यम के पिता एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर है. स्कूल ख़त्म होने के बाद दोनों कॉलेज तो गए, लेकिन पढाई बिच में ही छोड़ कर वो अपने सपनो के पीछे भागने लगे. शुरू-शुरू में परिवार वालो ने विरोध किया, लेकिन अपने बच्चो के जूनून के आगे उन्होंने भी घुटने टेक दिए.
अलग-अलग राज्यों में निखिल और सत्यम में शुरुआत भी अलग-अलग की थी, दोनों की मुलाक़ात भी सोशल-मीडिया के ज़रिय ही हुयी थी. दोनों मेहनत कर रहे थे, लेकिन फिर भी काफ़ी कोशिश के बावजूद कामयाबी किसी को हाथ नहीं लग रही थी. ऐसे में दोनों ने मिलकर काम करने का फैसला किया और जन्म हुआ No One Cares का.
15 हज़ार और 1 लाख़ समर्थकों से शुरू हुआ सफ़र
30 मई 2016 , को No One Cares की शुरुआत महज़ 15 हज़ार रुपयों से हुयी थी और फेसबुक पर प्रोमशन के ज़रिए दस दिनों में करीब 1 लाख़ लोग जुड़ तो गए, लेकिन वो नाकाफी थे. पैसे तो ख़त्म हो गए, लेकिन दोनों का होंसला नहीं टूटा. NOC पर वो लोग जो पोस्ट कर रहे थे, वो वाकई लोगो को पसंद आ रही थी, और इसीके चलते बिना किसी खर्च के रोज़ाना 7 से 10 हज़ार लोग उनसे जुड़ने लगे.
लोगो के इसी समर्थन ने जैसे दोनों को नयी उम्मीद दे दी हो, और सत्यम-निखिल की इस जोड़ी ने अपना सारा ध्यान अच्छे कंटेंट बनाने पर केंद्रित कर दिया. लोग उनकी पोस्ट को पसंद करते, शेयर करते और धीरे-धीरे कारवां बढ़ता चला गया और देखते ही देखते महज़ दो लोगो से शुरू हुआ ये सफ़र 25 मिलियन फॉलोवर्स का एक विशाल परिवार बन गया. वाकई ये आंकड़ा आश्चर्यचकित करने वाला है. इसकी लोकप्रियता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि NOC ने एक दिन में 2 लाख़ फॉलोवर्स को जोड़ने का रिकॉर्ड भी बनाया.
अक्षय कुमार की फ़िल्म जॉली एल.एल.बी से गाडी ने रफ़्तार पकड़ी: Psifiako Media
देखते ही देखते 8 महीने गुज़र गए और NOC को लोग ना सिर्फ़ जानने लगे थे, बल्कि पसंद भी करने लगे थे. लेकिन कामयाबी का स्वाद अभी भी दोनों ने नहीं चखा था, ऐसे में 2017 की शुरुआत में आयी अक्षय कुमार की फ़िल्म जॉली एल.एल.बी 2 ने NOC के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग और प्रमोशन के नए द्वार खोल दिए और इसी के साथ स्थापना हुयी Psifiako Media की जिसके बैनर तले आज सोशल मीडिया पर मार्केटिंग और प्रमोशन का काम ज़ोर-शोर से चल रहा है.
Psifiako Media ने ना सिर्फ़ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड की फिल्मो सहित कई गेमिंग ब्रांड्स के भी प्रमोशन का काम संभाला जिसने NOC को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई और इसके बाद सत्यम और निखिल ने कभी दोबारा पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
Page: No One Cares
https://www.facebook.com/OfficialCaresOneNo/
पिक्चर अभी बाकी है
दो साल पहले दो अलग-अलग राज्यों के रहने वाले दो युवाओ ने एक सपना देखा था, उन्होंने मेहनत की और तमाम कठिनाईयों के बावजूद उन्होंने साबित कर दिखाया कि इंसान ठान ले तो वो हर चुनौती को पार कर सकता है. आज NOC और Psifiako Media कंटेंट मार्केटिंग और प्रमोशन का के बड़ा ब्रांड बन चूका है, जिसका पुणे में हेड ऑफिस है और 20 लोगो की एक मज़बूत टीम है जो हर रोज़ अपने कंटेंट के ज़रिए सोशल मीडिया पर लोगो को लुभाते है, उन्हें प्रेरित करते है. कंपनी के विस्तार के लिए सत्यम और निखिल ने अब वीडियो कंटेंट में हाथ आज़माने की परियोजना बनायीं है, जिस पर उन्होंने काम भी शुरू कर दिया है. जिस तरह से अब तक वो पोस्ट के ज़रिए लोगो को प्रेरणा देने का काम कर रहे थे, उसी तरह से प्रेरक वीडियोस के ज़रिए वो ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँचने का प्रयास करेंगे.
ये सच है कि क़ामयाब होना जितना मुश्किल है, उससे कई ज्यादा मुश्किल है उस कामयाबी को संभाल कर बरक़रार रखना. सत्यम और निखिल ने कामयाबी का स्वाद चखा लेकिन उसे कभी भी अपने विचारो पर हावी नहीं होने दिया और यही कारण है कि उनकी ये कहानी युवाओ के एक उदहारण के साथ-साथ प्रेरणा का स्त्रोत भी है.
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